यह अत्यन्त महत्वूपर्ण है कि राष्ट्रपति भवन को सुशोभित करने वाला वह पहला वैज्ञानिक है। वह ऐसा व्यक्ति है जिसने भारत की तक़दीर बदलने का काम अपने जिम्मे लिया है। वह एक कल्पनाशील व्यक्ति है और उसकी कल्पना है कि भारत को एक विकसित देश बनाया जाए। अपनी कल्पना को अमली रूप देने के लिए उसने अपनी कार्रवाई योजना और मार्ग-नक्शा दिया है। अपनी तीन पुस्तकों में उसने अपना विचारों को सुस्पष्ट किया है: भारत 2020 नई सहस्राब्दि के लिए एक दृष्टि, विंग्स ऑफ फ़ायर: एपीजी अब्दल कलाम की आत्मकथा और इग्नाइटेड माइंड्स : अनलीशिंग दि पावर विदइन इंडिया। भारत ने प्रेरणा और मार्गदर्शन के लिए डॉ कलाम की ओर देखना आरंभ कर दिया है।