जयादातर सभी सरकारी अस्पताल मे ओ टी मे आए मरीजो के लिए बाहर से सामान मंगवाने पर वहा पर लगे बोर्ड पर यही लिखा होता है, क्योकि ओ टी मे मरीजो के बहाने अस्पताल में काम करने वाले कुछ लोग अपने फायेदे के लिए बाहर से सामान मंग्वालेते है जिसकी ज्यादा जरूरत भी नहीं होती,वह लोग ऊपर की कमाई के लिए सामान मंगवाकर बाद मे उसे वापस कर देते है या बेच देते है,...ऐसा क्यों ..हर जगह भ्रष्टाचार है फैला ..?? ..
9 comments:
ऐसा भी होता है.....सच ही है
सही कहा आपने....ऐसा तो हमेशा होता है..... सचेत करती पोस्ट....
यही हो रहा है आजकल...
it is a kind of corruption ... but it is in vouge in everywhere//
यह भी एक भ्रष्टाचार का ही तरीका है|
सारा सच ब्लॉग मुझे पसंद है केवल इसलिए कि यह जनहित में काम करता है और भ्रष्टाचार के खिलाफ है . ब्लौग जगत में इसके पदार्पण करते ही बड़े बड़ों के छक्के वास्तव में छूट गए हैं . इसकी ताज़ा पोस्ट देखिये और सोचिये कि कैसे इस अभियान को मज़बूत बनायें ?
http://blogkikhabren.blogspot.com/2011/04/virtual-movement-without-anna-hazare.html
http://yeblogachchhalaga.blogspot.com/2011/04/i-like-it.html
बिलकुल सही
पर लिखा तो सही है....जनता को नियम पालन करके सहयोग करके भ्रष्टाचार को मिटाना चाहिये...परन्तु प्रायः हम शीघ्र अपना काम कराने के लिये...चेतावनी व नियम को अनदेखा करते हैं....
सच तो यह है कि जनता भी बनाए गए नियमों का पालन अपनी सुभीता के लिए नजर अंदाज कर
नियमों कि धज्जियां उड़ा बेईमानी में शामिल हो जाती है अथ बेईमान को अवसर मिल जाता है |
अच्छी पोस्ट
आशा
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